इंसान को चाहिए कि वो ज्यादा से ज्यादा निरंतर प्रतिदिन सत्संग सुने क्योंकि बिना सत्संग के ज्ञान नही हो सकता और बिना ज्ञान के वैराग्य नही हो सकता और बिना वैराग्य के मोक्ष नही हो सकता। इसलिए जिसको मोक्ष चाहिए उसे वैरागी बनने का प्रयास करना चाहिए संसार की किसी भी वस्तु में मोह नही रखना चाहिए।
🙏 सत् साहेब 🙏