भक्ति भाव का मतलब है, परमेश्वर के प्रति प्रेमपूर्वक किया जाने वाला स्मरण, दर्शन, गुणगान, सेवा, और सत्य, प्रेम, और आनंद जैसे तत्वों को अपने जीवन में उतारना. भक्ति भाव के बारे में कुछ और बातेंः
°भक्ति भाव, हृदय में उमड़ी हुई भावना होती है. यह भाव हमेशा बढ़ता रहता है और यह एक अंतरंगी प्रेमशक्ति और सस्नेह सेवा है.
°भक्ति भाव, धर्मपालन और स्वकर्तव्य पालन करने से बनता है.
°भक्ति भाव, भगवान के प्रति श्रद्धा रखना होता है.
°भक्ति भाव, सबके लिए खुला है. चाहे वह धनी हो या गरीब, ऊंची जाति का हो या नीची जाति का, स्त्री हो या पुरुष. 🚩🚩
🙏🚩🌹🔱🕉️