Vaidik Mantra (वैदिक मंत्र)
28 videos • 493 views • by dharmik gyan Vedic Mantra: सनातन संस्कृति के धर्मशास्त्रों में वैदिक मंत्रों का काफी गुणगान किया गया है। मंत्रों को देववाणी बताकर उनके जाप से जीवन के उत्थान की बात कही गई है। शास्त्रों में कहहा गया है कि 'मनः तारयति इति मंत्रः' अर्थात मंत्रों में वह शक्ति होती है कि वो मानव को तार देते हैं। हर देवी देवता के अपने मंत्र होते हैं और उनके स्मरण मात्र से मानव के उन्नति और उसकी सफलता के द्वार खुलते हैं। वैदिक शास्त्रों नें मंत्रों को मुख्य रूप से सोलह भागों में विभक्त किया गया है। इस तरह कहा जा सकता है कि मंत्रों का सोलह तरीकों से पारायण और अधिष्ठापन किया जाता है। वैसे मंत्रों को मुख्यत: तीन प्रकार से श्रेणीबद्ध किया गया है। जो वैदिक, तांत्रिक और शाबर मंत्रों में विभक्त है। वैदिक मंत्र :- मंत्र की यदि धार्मिक कर्मकांड में बात की जाए तो सबसे पहले वैदिक मंत्रों की बात होती है। मान्यता है कि वैदिक मंत्रों को सिद्ध करने में काफी समय लगता है। लोकिन वैदिक मंत्रों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यदि उनको एक बार सिद्ध कर लिया जाए तो वे फिर कभी भी नष्ट नहीं होते हैं। मानव जीवन में उनका प्रभाव सदैव बना रहता है। जिस किसी भी मनुष्य ने अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए वैदिक मंत्रों को सिद्ध कर लिया है, तो उसकी जिंदगी में उस मंत्र का प्रभाव हमेशा बना रहता है। YouTube/DharmikGyan